सागर।पीटीआई-भाषा सागर पुलिस शीघ्र ही बुंदेलखंड अंचल में सक्रिय भूमि, शराब व नरेगा माफिया के खिलाफ अभियान छेड़ेगी। सागर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अन्वेष मंगलम ने यहां पत्रकारों को संभाग के पांचों जिलों के पुलिस अधीक्षकों की मौजूदगी में बताया कि हाल ही में भोपाल में आयोजित पुलिस विभाग की आईजी-कमिश्नर कांफ्रेंस में माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की बात कही थी। इसी के तहत ही बुंदेलखंड में माफिया के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की योजना बनाई है।
छतरपुर जिले में नरेगा के तहत पुलिस को प्राप्त दर्जनों शिकायतों का जिक्र करते हुए मंगलम ने बताया कि स्टाफ की कमी की वजह से विभाग जहां एक और जांच कार्यो की प्राथमिकता तय कर रहा है, वहीं नरेगा व सार्वजनिक वितरण प्रणाली जैसे नए विषयों से जुड़ी शिकायतों की जांच के लिए अधिकारियों को प्रशिक्षित करने व उन्हें इन मामलों के शीघ्र निराकरण में मदद के लिए जांच के बिंदुओं की एक सूची सौंपी जाने वाली है।
मंगलम ने बताया कि सागर रेंज में पुलिस के चाक-चौबंद इंतजाम के लिए विभाग के अधिकारियों से लेकर सिपाहियों तक की सेवा, कार्यप्रणाली व मोबाइल फोन की जानकारी का दस्तावेजीकरण किया जा चुका है। अब उपनिरीक्षकों को थाने उनके कार्य प्रदर्शन के आधार ही मिलेंगे व गांव के स्तर तक पुलिस कार्रवाई सुनिश्चित कराने के लिए ए अधिकारी राजस्व अधिकारियों के साथ गांवों में कैंप लगाएंगे। इसके अलावा एक-एक गांव की जिम्मेदारी सिपाहियों को नाम से सौंपी जाएगी।
पुलिस महकमें को इस योजना से अवगत कराने के सिलसिले में मंगलम ने आगामी 25 अक्टूबर को सागर में रेंज के सभी करीब 200 पुलिस उप-निरीक्षकों व 31 अक्टूबर को सभी उप-पुलिस अधीक्षकों की बैठक बुलाई गई है।
बुंदेलखंड के पांचों जिलों में अपराधों की दर के हिसाब से मौजूदा स्थिति को पुलिस महानिरीक्षक ने सकारात्मक बताया। उन्होंने बताया कि हालांकि फिलहाल पूरे संभाग में अज्ञात हत्याओं के 45 मामले लंबित हैं। इनमें करीब 30 मामलों के बारे में पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है, लेकिन लूट व अपहरण की अब तक हुई वारदातों में से अधिकांश का पुलिस खुलासा कर चुकी है।
छतरपुर जिले के बक्सवाहा क्षेत्र में हाल ही में अपहरण को अंजाम देने वाले राधे पटेल के गिरोह के सिलसिले में आईजी ने विश्वास जताया कि जल्द ही वह पुलिस की गिरफ्त में होगा। उन्होंने बताया कि जनसहयोग से पुलिस अपराधों पर कारगर ढंग से नियंत्रण स्थापित कर सकती है।
छतरपुर जिले में नरेगा के तहत पुलिस को प्राप्त दर्जनों शिकायतों का जिक्र करते हुए मंगलम ने बताया कि स्टाफ की कमी की वजह से विभाग जहां एक और जांच कार्यो की प्राथमिकता तय कर रहा है, वहीं नरेगा व सार्वजनिक वितरण प्रणाली जैसे नए विषयों से जुड़ी शिकायतों की जांच के लिए अधिकारियों को प्रशिक्षित करने व उन्हें इन मामलों के शीघ्र निराकरण में मदद के लिए जांच के बिंदुओं की एक सूची सौंपी जाने वाली है।
मंगलम ने बताया कि सागर रेंज में पुलिस के चाक-चौबंद इंतजाम के लिए विभाग के अधिकारियों से लेकर सिपाहियों तक की सेवा, कार्यप्रणाली व मोबाइल फोन की जानकारी का दस्तावेजीकरण किया जा चुका है। अब उपनिरीक्षकों को थाने उनके कार्य प्रदर्शन के आधार ही मिलेंगे व गांव के स्तर तक पुलिस कार्रवाई सुनिश्चित कराने के लिए ए अधिकारी राजस्व अधिकारियों के साथ गांवों में कैंप लगाएंगे। इसके अलावा एक-एक गांव की जिम्मेदारी सिपाहियों को नाम से सौंपी जाएगी।
पुलिस महकमें को इस योजना से अवगत कराने के सिलसिले में मंगलम ने आगामी 25 अक्टूबर को सागर में रेंज के सभी करीब 200 पुलिस उप-निरीक्षकों व 31 अक्टूबर को सभी उप-पुलिस अधीक्षकों की बैठक बुलाई गई है।
बुंदेलखंड के पांचों जिलों में अपराधों की दर के हिसाब से मौजूदा स्थिति को पुलिस महानिरीक्षक ने सकारात्मक बताया। उन्होंने बताया कि हालांकि फिलहाल पूरे संभाग में अज्ञात हत्याओं के 45 मामले लंबित हैं। इनमें करीब 30 मामलों के बारे में पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है, लेकिन लूट व अपहरण की अब तक हुई वारदातों में से अधिकांश का पुलिस खुलासा कर चुकी है।
छतरपुर जिले के बक्सवाहा क्षेत्र में हाल ही में अपहरण को अंजाम देने वाले राधे पटेल के गिरोह के सिलसिले में आईजी ने विश्वास जताया कि जल्द ही वह पुलिस की गिरफ्त में होगा। उन्होंने बताया कि जनसहयोग से पुलिस अपराधों पर कारगर ढंग से नियंत्रण स्थापित कर सकती है।
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