09 October 2009

सागर संभाग में अवर्षा से उत्पन्न स्थिति से रूबरू होने के लिए 6 अक्टूबर को आये केन्द्रीय अध्ययन दल के सदस्यों ने दो टीमें बनाकर 'संभाग' के सागर, दमोह, पन्ना एवं टीकमगढ़ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर वास्तविकता से रूबरू हुआ।
अध्ययन दल के ए टीम में टीम लीडर डॉ. ए.के. सिक्का तथा दो सदस्य डॉ. एस.के. गुप्ता एवं डॉ. चक्रवर्ती ने सागर, दमोह एवं पन्ना जिले के विभिन्न क्षेत्रों का तथा टीम बी के सदस्य के रूप में इंजीनियर श्री आर.ए.एस. पटेल तथा डॉ. आर.पी. सिंह ने टीकमगढ़ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर खेतों की स्थितियां देखीं एवं किसानों से चर्चा की।
केन्द्रीय अध्ययन दल की दोनो टीम सागर से सुबह 9 बजे अपने-अपने लिए निर्धारित जिलों की वास्तविक स्थिति से रूबरू होने के लिए रवाना हुईं। टीम ए के सदस्यों ने ग्राम डुंगासरा, सानौधा, परसोरिया, रंगोली, केंकरा, गढ़ाकोटा, बांसा, ग्राम सिहोरा, सिहोरा पड़रिया सहित कई ग्रामों के खेतों में जाकर फसलों की स्थिति का जायजा लिया। केन्द्रीय अध्ययन दल के प्रमुख डॉ. ए.के. सिक्का ने किसानों को रबी फसलों की बोनी हेतु तैयारियां प्राथमिकता के आधार पर शुरू करने की सलाह दी।
केन्द्रीय अध्ययन दल की टीम ए के भ्रमण के समय सागर राजस्व संभाग के कमिश्नर श्री एस.के. वेद, दमोह जिला कलेक्टर श्री आर.ए. खंडेलवाल तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उनके साथ थे। इसी प्रकार टीम बी के भ्रमण के समय संबंधित जिलों के अधिकारी उनके साथ थे।
टीम ए के सदस्य सागर, दमोह और पन्ना जिले के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण करने के बाद पन्ना में रात्रि विश्राम करेंगे। यह दल शुक्रवार को सुबह पन्ना से मार्ग में पड़ने वाले खेतों का अवलोकन करते हुए खजुराहो पहुंचेगा और वहां से वायुयान द्वारा दिल्ली रवाना हो जायेगा।
केन्द्रीय अध्ययन दल की टीम बी के सदस्य सागर से टीकमगढ़ के लिए सुबह रवाना हुए और सड़क मार्ग पर पड़ने वाले खेतों का अवलोकन किया। इस दल के सदस्य 9 अक्टूबर को दतिया जिले का भ्रमण करने के बाद झाँसी से दिल्ली लौट जायेगा।

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