नाबार्ड भोपाल द्वारा आदिवासी विकास अनुदान के तहत ईण्डियन फार्म फोरेस्ट्री डेवलपमेण्ट 'आईएफडीसी' सागर को केसली विकास खण्ड के 36 आदिवासी बहुल ग्रामों मे बाड़ी परियोजना प्रदान की है।सात साल की अवधि वाली इस योजना के तहत एक हजार एकड़ के क्षेत्रफल मे एक हजार बाड़ी विकसित की जाएंगीं। परियोजना के तहत ऐसे परिवारों को शामिल किया जाएगा जिनके पास एक एकड़ से ज्यादा लेकिन पांच एकड़ से कम भू-स्वामित हो।
आईएफडीसी के परियोजना प्रबंधक ने बताया कि इस परियोजना के तहत बाड़ी परियोजना मे चयनित परिवारों को उनकी भूमि पर फलदार पौधों का वृक्षारोपण व कार्बनिक कृषि तकनीक सिखाई जाएगी। इसके साथ ही साथ इन परिवारों के आर्थिक-सामाजिक सुधार कार्य भी किए जाना प्रस्तावित है।
जिसमें स्वयं सहायता समूह बनाकर उनको बैंकों से जोड़ना, महिला सशस्कतीकरण एवं उनको स्वास्थ्य की जानकारी प्रदान करना मुख्य होगें। इस परियोजना द्वारा लाभार्थी आदिवासी परिवार ही होगें। परियाजना के प्रथम वर्ष मे 40 परिवारों का चयन बाड़ी हेतु किया जाकर अन्य गतिविधियां जारी है।
आईएफडीसी के परियोजना प्रबंधक ने बताया कि इस परियोजना के तहत बाड़ी परियोजना मे चयनित परिवारों को उनकी भूमि पर फलदार पौधों का वृक्षारोपण व कार्बनिक कृषि तकनीक सिखाई जाएगी। इसके साथ ही साथ इन परिवारों के आर्थिक-सामाजिक सुधार कार्य भी किए जाना प्रस्तावित है।
जिसमें स्वयं सहायता समूह बनाकर उनको बैंकों से जोड़ना, महिला सशस्कतीकरण एवं उनको स्वास्थ्य की जानकारी प्रदान करना मुख्य होगें। इस परियोजना द्वारा लाभार्थी आदिवासी परिवार ही होगें। परियाजना के प्रथम वर्ष मे 40 परिवारों का चयन बाड़ी हेतु किया जाकर अन्य गतिविधियां जारी है।
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