15 June 2009

बंद हो चंदे का धंधा : शिवराज

चंदे का धंधा बंद होना चाहिए। आप लोगों से यदि कोई चंदा मांगता है तो उसकी शिकायत सुबह साढे़ सात से साढे़ आठ बजे तक मुख्यमंत्री निवास में फोन कर मुझसे कर सकते हैं। उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को मुख्य कार्यपालन अधिकारियों के प्रांतीय सम्मेलन में कही। मुख्य कार्यपालन अधिकारी संघ द्वारा यह कार्यक्रम अपैक्स बैंक समन्वय भवन में रखा गया था।

संघ की करीब दस सूत्रीय मांगों पर मुख्यमंत्री ने मुख्य कार्यपालन अधिकारियों की समस्याओं को दूर करते हुए कहा कि ग्रामीण विकास विभाग की पुनर्सरंचना की जाएगी। इसके साथ ही कैडर मैनेजमेंट पर भी ध्यान दिया जाएगा। जनपदों में सीईओ के पद पर पशु चिकित्सकों या शिक्षकों की पदस्थापना नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद के सभी सीईओ अपने-अपने क्षेत्र की स्थिति सुधारने के लिए जनता के बीच जाकर स्थिति देंखे।
दौरे के दौरान अपने साथ हितग्राहियों की सूची ले जाए तो वास्तविक स्थिति अपने आप सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वर्णिम मध्य प्रदेश बनाने में पंचायत एवं ग्रामीण विकास ही ज्यादा मदद कर सकता है।
कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि सीईओ की समस्याओं के निराकरण के लिए जैसे ही अनुकूल स्थिति होगी, अन्य विभागों के समान लाभ दिया जाएगा। श्री भार्गव ने प्रदेश के सभी सीईओ से सप्ताह में एक दिन गांव में रात गुजराने को कहा।
जिस पर उपस्थित सभी सीईओ ने संकल्प लेते हुए अपनी सहमति दी। श्री भार्गव ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहाकि आदिवासी ब्लाकों में पंचायत व ग्रामीण विभाग को सीधे नियंत्रण दिया जाए। साथ ही असिस्टेंट सर्जन के हस्ताक्षर से विकलांगता प्रमाण पत्र की व्यवस्था होनी चाहिए।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी संघ के अध्यक्ष भूपेश गुप्ता ने कहा कि यह मुख्य कार्यपालन अधिकारियों का सौभाग्य है कि उन्हें मुख्यमंत्री कन्यादान और लाड़ली लक्ष्मी जैसी अत्यधिक महत्वपूर्ण और अनूठी योजनाओं के क्रियान्वयन का अवसर मिला है। संघ का संकल्प है कि विभाग के समस्त अधिकारी गांवों से गहरा सरोकार रखते हुए प्रदेश के विकास में कोई कसर नहीं छोडेंगे।
आभार उपायुक्त सुदर्शन सोनी ने माना। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारी संघ की स्मारिका 'हमारा प्रयास-निरंतर विकास' का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री एवं पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री को स्मृति चिन्ह भी प्रदान किए। अधिवेशन में पूरे प्रदेश से आए संयुक्त आयुक्त, उपायुक्त, मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं विकासखंड अधिकारी सम्मिलित थे।

0 comments:

 
© Media Watch Group-Copyright to Visitors Sagar Watch