खजुराहो लोकसभा सीट का नाम लोकसभा चुनावों के इतिहास में अब तक बुंदेलखण्ड से सबसे ज्यादा बार महिला प्रत्याशियों को संसद मे भेजने वाली सीट के रुप दर्ज रहा है। लेकिन अब बुंदेलखण्ड में किसी लोकसभा सीट से पहली बार किसी किन्नर के चुनाव मैदान मे उतरने का रिकार्ड भी खजुराहो के नाम से ही दर्ज हो गया है।
देश की पहली किन्नर विधायक का कीर्तिमान बनाने ने वाली कटनी की पूर्व विधायक शबनम मौसी पंद्रहवी लोकसभा के लिए हो रहे चुनावों में बुंदेलखण्ड की खजुराहो लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड रहीं हैं। उनका कहना है कि वे राजनैतिक दलों की सिंद्भांतहीन राजनीति से शोषित हो रही जनता की सेवा करने की लिए चुनाव लड रही हैं।
गौरतलब है कि खजुराहो लोकसभा सीट पर अबतक हुए कुल १४ लोकसभा चुनावों में मुख्य राजनैतिक दलों भाजपा व कांग्रेस ने एक से ज्यादा बार महिला प्रत्याशियों को मैदान मे उतारा है। कांग्रेस के टिकिट पर विद्यावती चतुर्वेदी तीन बार - १९८०, १९८४ व १९९० मे मैदान मे उतरीं और दो बार १९८० व ८४ मे चुनाव जीतें जबकि भाजपा के टिकिट पर उमा भारती पांच बार-१९८४ से १९९८ तक पाचं बार चुनाव लड ा। एक बार १९८४ मे हारने के बाद वे लगातार पांच बार चुनाव जीतीं। इस प्रकार खजुराहो लोकसभा सीट अब तक हुए कुल १४ चुनावों मे ६ बार महिला प्रत्याशियों के कब्जे मे रही।
गौरतलब है कि खजुराहो लोकसभा सीट पर अबतक हुए कुल १४ लोकसभा चुनावों में मुख्य राजनैतिक दलों भाजपा व कांग्रेस ने एक से ज्यादा बार महिला प्रत्याशियों को मैदान मे उतारा है। कांग्रेस के टिकिट पर विद्यावती चतुर्वेदी तीन बार - १९८०, १९८४ व १९९० मे मैदान मे उतरीं और दो बार १९८० व ८४ मे चुनाव जीतें जबकि भाजपा के टिकिट पर उमा भारती पांच बार-१९८४ से १९९८ तक पाचं बार चुनाव लड ा। एक बार १९८४ मे हारने के बाद वे लगातार पांच बार चुनाव जीतीं। इस प्रकार खजुराहो लोकसभा सीट अब तक हुए कुल १४ चुनावों मे ६ बार महिला प्रत्याशियों के कब्जे मे रही।
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