बुंदेलखण्ड की चार लोकसभा सीटों में से सबसे पहले चुनाव खजुराहो सीट पर 23 अप्रैल को होना हैं। शेष तीन सीटों -सागर, दमोह व टीकमगढ़ पर मतदान ३० अप्रैल को होगा। इस वजह समूचे बुंदेलखण्ड में चुनाव प्रचार अपने चरम पर पहुंचता जा रहा है।
मतदान की तिथि करीब आते ही खजुराहो लोकसभा सीट पर राजनैतिक समीकरणों मे तेज बदलाव देखा जा रहा है। शुरुआत में मुख्य मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच ही होने के आसार लग रहे थे। इसी के चलते ब्राहा्रण व ठाकुर जातियों मे धु्रवीकरण होने के संकेत मिलने लगे थे।
लेकिन समाजवादी पार्टी के टिकिट पर महोबा निवासी जयवंत सिंह के चुनाव मैदान मे उतरते ही ठाकुर जाति के दो फांक होने के चर्चा सियासी हलकों में काफी गर्म है । यह भी बताया जा रहा है कि पूर्व में सपा से चंदला के विधायक रहे व पिछले विधानसभा चुनावों में राजनगर से भाजपा के टिकिट पर चुनाव लड चुके विजय बहादुर सिंह बुंदेला की सपा प्रत्याशी से करीब की रिश्तेदारी व उनके सपा प्यार के एक बार फिर हिलोरें लेने से भी भाजपा प्रत्याशी जितेन्द्र सिंह बुंदेंला की स्थिति कुछ डगमगाती नजर आने लगी। हालांकि रविवार को ही महाराजपुर के विधायक मानवेन्द्र सिंह के भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष मे प्रचार करने की घोषणा से उनका प क्ष कुछ मजबूत हुआ है।
यही हाल कांगे्रस प्रत्याशी व हटा के पूर्व विधायक राजा पटैरिया का है। शुरुआत में उनको क्षेत्र के अधिकांश बा्रहा्रण वोट मिलने की आस थी लेकिन जल्द ही उन्हें बाहरी प्रत्याशी होने मुद दा उनके प्रचार-प्रसार पर भारी पड ता नजर आने लगा। लेकिन कांग्रेसी कार्यकर्ता रविवार को पन्ना में हुई राहुल गांधी की सभा के बाद ने केवल उत्साहित नजर आ रहे हैं बल्कि माहौल के कांग्रेस के पक्ष मे आने की उम्मीद कर रहे हैं।बसपा के उम्मीदवार सेवाराम पटेल भी के लिए भी खजुराहो की जंग मुश्किल साबित हो रही है। उप्र मे जादू दिखा चुका बसपा का जातीय समीकरणों खेल मप्र मे रंग जमाता नजर नहीं आ रहा है। पिछले विधानसभा चुनावों के समय कांग्रेस से बसपा मे आए क्षेत्र के दमदार नेता शंकर प्रताप सिंह बंदेला '' मुन्ना राजा'' व छतरुपर से बसपा से ही चुनाव लड़े डीलमणि सिंह बब्बू राजा के भाजपा मे शामिल होने से भी बसपा का इस क्षेत्र मे दम फूल रहा है।
खजुराहो सीट से चुनाव लड रहीं हैं मप्र की एकमात्र किन्नर प्रत्याशीनिर्दलीय प्रत्याशी के रुप मे चुनाव लड रहीं देश की पहली किन्नर विधायक का रिकार्ड बनानी वालीं शबनम मौसी भी काफी दम से प्रचार मे लगीं हुईं है। कुल १५ प्रत्याशी खजुराहो सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे है।
मतदान की तिथि करीब आते ही खजुराहो लोकसभा सीट पर राजनैतिक समीकरणों मे तेज बदलाव देखा जा रहा है। शुरुआत में मुख्य मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच ही होने के आसार लग रहे थे। इसी के चलते ब्राहा्रण व ठाकुर जातियों मे धु्रवीकरण होने के संकेत मिलने लगे थे।
लेकिन समाजवादी पार्टी के टिकिट पर महोबा निवासी जयवंत सिंह के चुनाव मैदान मे उतरते ही ठाकुर जाति के दो फांक होने के चर्चा सियासी हलकों में काफी गर्म है । यह भी बताया जा रहा है कि पूर्व में सपा से चंदला के विधायक रहे व पिछले विधानसभा चुनावों में राजनगर से भाजपा के टिकिट पर चुनाव लड चुके विजय बहादुर सिंह बुंदेला की सपा प्रत्याशी से करीब की रिश्तेदारी व उनके सपा प्यार के एक बार फिर हिलोरें लेने से भी भाजपा प्रत्याशी जितेन्द्र सिंह बुंदेंला की स्थिति कुछ डगमगाती नजर आने लगी। हालांकि रविवार को ही महाराजपुर के विधायक मानवेन्द्र सिंह के भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष मे प्रचार करने की घोषणा से उनका प क्ष कुछ मजबूत हुआ है।
यही हाल कांगे्रस प्रत्याशी व हटा के पूर्व विधायक राजा पटैरिया का है। शुरुआत में उनको क्षेत्र के अधिकांश बा्रहा्रण वोट मिलने की आस थी लेकिन जल्द ही उन्हें बाहरी प्रत्याशी होने मुद दा उनके प्रचार-प्रसार पर भारी पड ता नजर आने लगा। लेकिन कांग्रेसी कार्यकर्ता रविवार को पन्ना में हुई राहुल गांधी की सभा के बाद ने केवल उत्साहित नजर आ रहे हैं बल्कि माहौल के कांग्रेस के पक्ष मे आने की उम्मीद कर रहे हैं।बसपा के उम्मीदवार सेवाराम पटेल भी के लिए भी खजुराहो की जंग मुश्किल साबित हो रही है। उप्र मे जादू दिखा चुका बसपा का जातीय समीकरणों खेल मप्र मे रंग जमाता नजर नहीं आ रहा है। पिछले विधानसभा चुनावों के समय कांग्रेस से बसपा मे आए क्षेत्र के दमदार नेता शंकर प्रताप सिंह बंदेला '' मुन्ना राजा'' व छतरुपर से बसपा से ही चुनाव लड़े डीलमणि सिंह बब्बू राजा के भाजपा मे शामिल होने से भी बसपा का इस क्षेत्र मे दम फूल रहा है।
खजुराहो सीट से चुनाव लड रहीं हैं मप्र की एकमात्र किन्नर प्रत्याशीनिर्दलीय प्रत्याशी के रुप मे चुनाव लड रहीं देश की पहली किन्नर विधायक का रिकार्ड बनानी वालीं शबनम मौसी भी काफी दम से प्रचार मे लगीं हुईं है। कुल १५ प्रत्याशी खजुराहो सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे है।
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