09 April 2009

राजनीति ''फाउल'' करने का खेल है - असलम शेरखान



हॉकी
का खेल पूरी ईमानदारी से खेला जाता है। इसमें फाउल करने वालों पर नजर रखने के लिए रैफरी भी होते हैं। वे फाउ करने वालों को खेल के नियमों के मुताबिक दण्डित भी करते हैं। लेकिन राजनीति में कोई नियम नहीं होता हैं यह फाउल करने का ही खेल है। इसमें फाउल के अलावा कुछ नहीं होता है ही यहां फाउल करने वालों पर नजर रखने के लिए कोई रैफरी या अंपायर ही होतें है। ''

यह बात हॉकी के ओलम्पिक खिलाड़ी व सागर लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकिट पर चुनाव लड रहे असलम शेरखान ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही। उन्होने ने कहा कि वो कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की इच्छा के मुताबिक सागर से चुनाव लड रहे हैं।
जनता से वो किस आधार पर वोट मांगे इस सवाल के जवाब मे कांग्रेस प्रत्यशी ने कहा कि लोकसभा के चुनाव राष्ट्रीय मुद दों के आधार पर लडे जाते हैं। देश मे आर्थिक मंदी , आतंकवाद से निपटना के अलावा विकास, रोजगार सृजन व सद्भाव पूर्ण माहौल बनाना ही उनके मुख्य मुद दे हैं जिनके आधार पर वो जनता से कांग्रेस के लिए समर्थन मांग रहे हैं।
कांग्रेस मे गुटबाजी चरम पर होने के आरोपों को एक सिरे से खारिज करते हुए पूर्व ओलम्पिक खिलाड ी असलम शेर खान ने कहा कि उन्हें सागर संसदीय क्षेत्र मे कांग्रेस की स्थिति खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में काफी मजबूत नजर आई है। उन्हें पार्टी के सभी स्थानीय नेताओं का भरपूर सहयोग मिल रहा है।
उन्होने कहा कि सागर संसदीय क्षेत्र मे कांग्रेस के प क्ष मे महौल बनाने के लिए सोनिया गांधी, राहुल गांधी व मनमोहन सिंह मे से किसी एक की सभा कराने की योजना है।

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