विधानसभा चुनावों के बाद लोकसभा चुनावों मे भी कांगे्रस पार्टी द्वारा बुंदेलखण्ड क्षेत्र की सीटों पर घोषित प्रत्याशियों के नामों पर एक बार फिर विरोध के सुर उठने लगे हैं। सागर मे तो विरोधियों ने कोसने मे पार्टी आलाकमान को भी नहीं बख्शा है।
सागर लोकसभा सीट से पूर्व केन्द्रीय मंत्री, ओलिम्पिक खिलाड़ी व अल्पसंख्यक समुदाय के नेता असलम शेर खां को कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी बनाए जाने की आधिकारिक घोषणा होते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक धड ा विरोध मे सड कों पर उतर आया। हालांकि बताया जा रहा है कि विरोध करने वालों मे एक खास समुदाय से जुड े कांग्रेसी कार्यकर्तां ही ज्यादा मुखर रहे।
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक विरोधियों ने अलग अलग तरीके से अपनी भावनाओं का इजहार किया। जहां एक ओर कांग्रेस पार्टी के झण्डों के साथ निकले विरोधियों ने शहर के कई स्थानों पर कांगे्रस प्रत्याशी के पुतले जलाए तो वहीं लोगों ने पार्टी कार्यालय पर एक बैनर टांग दिया जिसमें सोनिया गांधी को उंघते हुए दिखाया गया व बैनर पर लिखा था की ''मैडम सो रहीं हैं पांच साल बाद आना''।
वहीं दूसरी ओर प्राप्त जानकारी के मुताबिक कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रत्याशी के विरोध स्वरुप रात करीब आठ बजे शहर के मोती नगर थाना के सामने खुद की ही कार मे आग लगा दी और यह कहते हुए भाग खड े हुए कि ''बाहरी प्रत्याशी नहीं चलेगा''। इस मामले मे पुलिस ने आरोपी वीरु पिता ओमकार सिंह राजपूत निवासी सुभाषनगर वार्ड को ३३६ धारा के तहत हिरासत मे लिया। सीएसपी डॉ० दिनेश कौशल ने बताया कि ओरोपी ने असलम शेरखान के विरोध स्वरुप् ऐसी हरकत करने की बात स्वीकार की है।
जबकि ढोल-ढमाकों के साथ कांग्रेस के कार्यालय के समक्ष कांग्रेस प्रत्याशी असलम शेरखान का पुतला जलाने व कार्यालय पर सोनिया गांधी का पोस्टर लटकाए जाने के मामलें में कांग्रेस के शहर अध्यक्ष जगदीश यादव ने बताया कि घटना उनके सामने की नहीं है। लेकिन इस मामले की शिकायत उन्होने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश पचौरी से कर दी है। उन्होनें यह माना की हाईकमान के खिलाफ किसी भी तरह की टीका-टिप्पणी या पोस्टर लगाना निंदनीय व अनुशासनहीनता की श्रेणी मे आता है।
गौरतलब है कि सागर लोकसभा सीट के दावेदारों मे से बण्डा के पूर्व विधायक संतोष साहू को ही टिकिट मिलने की खासी चर्चा थी। इसी के चलते उनके समर्थकों ने बाकी तैयारियों के अलावा हजारों रुपए की आतिशबाजी भी खरीद कर रख ली थी। उन्हें बस औपचारिक घोषणा का इंतजार था। सूत्रों के मुताबिक आखरी वक्त पर अपने नेता का टिकिट कट जाने से उनके समर्थक तिलमिला गए और नए प्रत्याशी का विरोध करने लगे। हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों मे भी आखरी वक्त पर पार्टी द्वारा अप्रत्याशित उम्मीदवार को सागर विधान सभा सीट का टिकिट देने से अन्य दावेदारों के नाराज कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने पूर्व मंत्री व वयोवृद्भ कांग्रेसी विठ्ठल भाई के शहर मे जगह जगह पुतले जलाए थे।
सागर लोकसभा सीट से पूर्व केन्द्रीय मंत्री, ओलिम्पिक खिलाड़ी व अल्पसंख्यक समुदाय के नेता असलम शेर खां को कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी बनाए जाने की आधिकारिक घोषणा होते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक धड ा विरोध मे सड कों पर उतर आया। हालांकि बताया जा रहा है कि विरोध करने वालों मे एक खास समुदाय से जुड े कांग्रेसी कार्यकर्तां ही ज्यादा मुखर रहे।
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक विरोधियों ने अलग अलग तरीके से अपनी भावनाओं का इजहार किया। जहां एक ओर कांग्रेस पार्टी के झण्डों के साथ निकले विरोधियों ने शहर के कई स्थानों पर कांगे्रस प्रत्याशी के पुतले जलाए तो वहीं लोगों ने पार्टी कार्यालय पर एक बैनर टांग दिया जिसमें सोनिया गांधी को उंघते हुए दिखाया गया व बैनर पर लिखा था की ''मैडम सो रहीं हैं पांच साल बाद आना''।
वहीं दूसरी ओर प्राप्त जानकारी के मुताबिक कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रत्याशी के विरोध स्वरुप रात करीब आठ बजे शहर के मोती नगर थाना के सामने खुद की ही कार मे आग लगा दी और यह कहते हुए भाग खड े हुए कि ''बाहरी प्रत्याशी नहीं चलेगा''। इस मामले मे पुलिस ने आरोपी वीरु पिता ओमकार सिंह राजपूत निवासी सुभाषनगर वार्ड को ३३६ धारा के तहत हिरासत मे लिया। सीएसपी डॉ० दिनेश कौशल ने बताया कि ओरोपी ने असलम शेरखान के विरोध स्वरुप् ऐसी हरकत करने की बात स्वीकार की है।
जबकि ढोल-ढमाकों के साथ कांग्रेस के कार्यालय के समक्ष कांग्रेस प्रत्याशी असलम शेरखान का पुतला जलाने व कार्यालय पर सोनिया गांधी का पोस्टर लटकाए जाने के मामलें में कांग्रेस के शहर अध्यक्ष जगदीश यादव ने बताया कि घटना उनके सामने की नहीं है। लेकिन इस मामले की शिकायत उन्होने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश पचौरी से कर दी है। उन्होनें यह माना की हाईकमान के खिलाफ किसी भी तरह की टीका-टिप्पणी या पोस्टर लगाना निंदनीय व अनुशासनहीनता की श्रेणी मे आता है।
गौरतलब है कि सागर लोकसभा सीट के दावेदारों मे से बण्डा के पूर्व विधायक संतोष साहू को ही टिकिट मिलने की खासी चर्चा थी। इसी के चलते उनके समर्थकों ने बाकी तैयारियों के अलावा हजारों रुपए की आतिशबाजी भी खरीद कर रख ली थी। उन्हें बस औपचारिक घोषणा का इंतजार था। सूत्रों के मुताबिक आखरी वक्त पर अपने नेता का टिकिट कट जाने से उनके समर्थक तिलमिला गए और नए प्रत्याशी का विरोध करने लगे। हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों मे भी आखरी वक्त पर पार्टी द्वारा अप्रत्याशित उम्मीदवार को सागर विधान सभा सीट का टिकिट देने से अन्य दावेदारों के नाराज कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने पूर्व मंत्री व वयोवृद्भ कांग्रेसी विठ्ठल भाई के शहर मे जगह जगह पुतले जलाए थे।
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