लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रशासनिक व्यवस्था की अंतिम कड़ी कोटवार की सेहत की जांच शुरू कर दी गई है। चुनाव मे कोटवारों की भूमिका अहम होने की वजह से जिला कलेक्टर ने सभी सामुदायिक केन्द्रों मे कोटवारों के लिए विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर लगाए जाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। राजस्व सूत्रों के मुताबिक जिले मे कार्यरत 1748 कोटवार में से अधिकांश की औसत आयु 60 वर्ष है। इस अवस्था में उनसे गर्मी के मौसम मे होने वाले चुनावों मे काम लेना जोखिम से कम नहीं है।
बंडा एसडीएम ओपी सोनी के मुताबिक चुनाव के दौरान कोटवारों का काम बढ़ जाता है। उनकी भूमिका भी बड़ी अहम होती है। उनके सेहतमंद नहीं होने पर काम मे बाधा आ सकती है। इसलिए उनके स्वास्थ्य की जांच पर प्रशासन खास तवजजो दे रहा है।
इस सिलसिले मे जिला कलेक्टर हीरालाल त्रिवेदी ने कहा कि जिले मे कोटवारों मे से बहुत से कामकाज की उम्र पूरी कर चुके हैं। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ज्यादा बीमार एवं कमजोर कोटवारों को सूचीबद्ध किया जाएगा। इसके बाद उनसे उनके परिजनों को काम सौंपने के लिए कहा जाएगा ताकि प्रशासन को कोटवारों का पूरा सहयोग मिल सके।
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