11 February 2009

गांधी के विचार आज भी प्रसांगिक हैं- प्रो० दुबे

गांधी के विचारों को लोग भले ही गुजरे जमाने की बात कहने लगे हों लेकिन वे आज भी प्रासंगिक हैं। गांधीवादी विचारों की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके बारे मे छोटी से छोटी टिप्पणी भी करके कोई भी रातों-रात ख्याति पा सकता है। 'लगे रहो मुन्ना भाई' व 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' जैसी फिल्मों की सफलता इसी बात को सिद्ध करती है। यह बात डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के दर्शन विभाग के अध्यक्ष प्रो० अखिलेश्वर प्रसाद दुबे ने कही।

वे रविवार शाम रहली के कृषक संगोष्ठी भवन में एंडवास यूथ एसोसिएशन के तत्वावधान मे आयोजित चित्र कला प्रदर्शनी व संगीत संध्या के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान कही।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि न्यायाधीश अनिल मोहनिया व अध्यक्ष जगदीश कपास्या सहित रहली एसडीएम हरवंश प्रसाद शर्मा, एसडीओपी पी० भानुप्रसाद तोमर व सेन्ट्रल बैंक के सहायक प्रबंधक एए कुरैशी भी शामिल हुए। चित्रकला एवं गीत-संगीत की प्रतियोगिताओं के विजेता बाल कलाकारों की कला को सराहते हुए न्यायाधीश श्री मोहनिया ने आयोजक एडवांस यूथ वेल्फैयर एसोसिएशन की भी प्रशंसा की।
कार्यक्रम में डॉ० संजय तिवारी, नीलेश चौबे, डॉ० मनोज जैन, देवराज सोनी, मनोज पांडे, अनिल पांडे, योगेश पटैरिया, जावेद खान, श्वेता सिंह, अनीता सेन, केशर , संगीता सेन एवं अंजली जैन व गणमान्य नागरिक शामिल हुए। मंच संचालन संगठन के अध्यक्ष राकेश सेन व आभार व्यक्त सचिव रामेश्वर वनवारिया ने किया।

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