बुंदेलखण्ड के पहले व सागर में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज मे आगामी शिक्षा सत्र से ही पढ़ाई शुरू कराने के मुद्दे पर राज्य शासन काफी गंभीर नजर आ रहा है। मेडिकल कॉलेज के बुनियादी ढांचे के निर्माण मे किसी भी तरह की बाधा न आए इस सिलसिले में राजधानी मे वल्लभ भवन मे आयोजित समीक्षा बैठक मे प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश जारी किए ।
सूत्रों के मुताबिक बैठक मे सागर चिकित्सा महाविद्यालय के लिए नॉन क्लिनीकल सहायक प्रोफेसर नहीं मिलने का मुद्दा भी उठाया गया। इस दिक्कत की वजह से ही मेडिकल परिषद के दौरे मे आड़े आ रहीं तकनीकी खामियां दूर नहीं हो पा रहीं हैं। इस समस्या से निपटने के लिए मंत्री ने विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक शीघ्र आयोजित करने का सुझाव दिया जिससे सहायक प्रोफेसर के पद पर पदोन्नत हो कर आने वाले अनुभवी शिक्षकों को सागर मे पदस्थ किया जा सके।
इसके अलावा बैठक में चिकित्सा महाविद्यालय की निर्माण ऐजेंसी हाउसिंग बोर्ड ने भरोसा दिलया है कि 28 फरवरी तक प्रथम सत्र के लिए जरूरी 10 भवन पूरे कर लिए जाएंगें। फिलहाल इन दस भवनों मे से 4 का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है जबकि शेष 6 भवनों 80 फीसदी निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है। बोर्ड के आयुक्त वसीम अख्तर ने बताया कि निर्माण स्थल पर इन भवनों के लिए सड़क, पानी, बिजली व निकासी जैसी बुनियादी सुविधाएं जल्द ही मुहैया करा दी जांएगी।
इसके अलावा बैठक में चिकित्सा महाविद्यालय की निर्माण ऐजेंसी हाउसिंग बोर्ड ने भरोसा दिलया है कि 28 फरवरी तक प्रथम सत्र के लिए जरूरी 10 भवन पूरे कर लिए जाएंगें। फिलहाल इन दस भवनों मे से 4 का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है जबकि शेष 6 भवनों 80 फीसदी निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है। बोर्ड के आयुक्त वसीम अख्तर ने बताया कि निर्माण स्थल पर इन भवनों के लिए सड़क, पानी, बिजली व निकासी जैसी बुनियादी सुविधाएं जल्द ही मुहैया करा दी जांएगी।
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