07 January 2009

राज्यपाल ने की खेल महोत्सव 2009 की रंगारंग शुरूआत.

खेल विद्यार्थियों को बेहतर इंसान बनाने का अवसर देता है। खेल से ही उनके अंदर एकता की भावना मजबूत होती है। यह विचार राज्यपाल बलराम जाखड़ ने सागर नगर निगम के द्वारा आयोजित कराए जाने वाले वार्षिक खेल महोत्सव 2009 का शुभारंभ के वक्त व्यक्त किए।

नगर निगम के स्टेडियम मे आयोजित समारोह में मौजूद खिलाड़ी बच्चों को संबोधित करते हुए डॉ० जाखड़ ने कहा कि उनका अनुशासन व उत्साह को देखकर मजा आ गया है। बच्चों को देश का भविष्य बताते हुए उन्होने कहा कि देश उतना ही मजबूत व अनुशासित होगा जितने यह बच्चे होगें।
हर वर्ष आयोजित कराए जाने वाले नगर निगम के खेल महोत्सव की तारीफ करते हुए श्री जाखड़ ने कहा कि ऐसे आयोजन गांव-गांव मे होने चाहिए। इससे देश की बागडोर मजबूत व ईमानदार युवाओं के हाथ में आएगी। उन्होने कहा कि जो खेलता नहीं है वह हार-जीत को नहीं जानता है। इसी लिए जिन्दगी के खेल मे भी वह सफल नहीं हो पाता है। खेलों के जरिए प्रतिस्पर्धा करने की जो सीख मिलती है असल में वही जिन्दगी मे आगे बढ़ने मे मदद करती है।
कार्यक्रम में श्री अंकेश दुबे ने मौजूद खिलाड़ियों को खेल भावना से खेलने की शपथ दिलाई। खेल समारोह मे भाग लेने वाले खिलाड़ियों ने फील्ड मार्शल एचके द्विवेदी के नेतृत्व मे मार्च पास्ट किया। इसके बाद महर्षि विद्या मंदिनर स्कूल के नन्हें-मुन्हें बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम के दौरान नरयावली विधानसभा के विधायक व सागर नगर निगम के महापौर प्रदीप लारिया, मप्र की क्रीडा परिषद के उपाध्यक्ष ओम यादव व समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने भी अपने विचार रखे ।
इस अवसर पर कमिश्नर, राजस्व संभाग सागर के श्री एलएस बघेल, जिला कलेक्टर हीरालाल त्रिवेदी, जिला पुलिस अधीक्षक योगेश चौधरी, आयुक्त नगर निगम रत्नाकर सिंह चौहान, नगर निगम अध्यक्ष प्रदीप पाठक, समाज सेवी मीना पिंपलापुरे सहित जनप्रतिनिध, प्रशासनिक अधिकारी पत्रकार जन एवं गणमान्य नागरिक तथा बड़ी संख्या मे बच्चे मौजूद रहे।

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