मालेगांव विस्फोटों के मामले मे हिंदूवादी संगठनों का हाथा होने की खबरों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनशक्ति पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस आतंकवादियों हिंदू संगठनों को बदमान करने की सोची समझी रणनीति बताया। आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने से पहले ऐसे संगठनों के सदस्य बन जाते हैं और उनके पकड़े जाने पर ये संगठन बदनाम हो जाते हें। ये विचार साध्वी उमा भारती ने सागर मे शनिवार को सुबह पत्रकारों से चर्चा के दौरान व्यक्त किए।
उन्होने कहा कि उड़ीसा मे चर्च जलाने के मामले मे दारासिंह को बजरंग दल का कार्यकर्ता बताया गया था। लेकिन जांच के बाद वह कांग्रेसी निकला। इतना ही नहीं वह अभियुक्त भी साबित नहीं हुआ।
ऐसा ही आरोप साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर लग रहे हैं। भाजश की राष्ट्रीय अध्यक्ष व मप्र की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने साध्वी का बचाव करते हुए कहा कि वो विद्यार्थी परिषद की कार्यकर्ता रहीं हैं साथ ही स्वामी अवधेशानंद की शिष्या भी रहीं हैं वो ऐसा काम कर ही नहीं सकती हैं।
ऐसा ही आरोप साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर लग रहे हैं। भाजश की राष्ट्रीय अध्यक्ष व मप्र की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने साध्वी का बचाव करते हुए कहा कि वो विद्यार्थी परिषद की कार्यकर्ता रहीं हैं साथ ही स्वामी अवधेशानंद की शिष्या भी रहीं हैं वो ऐसा काम कर ही नहीं सकती हैं।
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