24 October 2008

नई योजना खत्म कर सकती है आरटीओ विभाग के दलाली तंत्र को...

आने वाला समय प्रदेश भर के आरटीओ कार्यालर्यों में वर्षों से फल-फूल रहे दलालों के लिए मुश्किलें पैदा करने वाला है। इसी बात से सागर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय मे सक्रिय दलालों का दल भी चिंतिंत नजर आने लगा है।

इनकी चिंता की मुख्य वजह 15 नवंबर से प्रदेश भर के आरटीओं विभाग व भारतीय डाकतार विभाग हाथ से हाथ मिलाकर काम करना शुरू करने वाले हैं। इस दिन से अगर डाक विभाग के कर्मचारी परिवहन महकमे मे डाक टिकिट व लिफाफा बेचते नजर आएं तो कोई अजूबा नहीं होगा।
डाक विभाग व परिवहन विभाग के मेल से जो नई व्यवस्था आस्तित्व मे आ रही है उसके मुताबिक अब ड्राइविंग लायसेंस व रजिस्ट्रेशन कार्ड हाथों-हाथों नहीं दिए जाएंगें बल्कि वे डाक द्वारा सीधे लोगों के घरों पर पहुंचाएंगें।
परिवहन आयुक्त एनके त्रिपाठी के मुताबिक इस योजना को लागू करने का खास मकसद गलत पते देकर ड्राइविंग लायसेंस जारी कराने वाले गिरोहों पर अंकुश लगाना है। परिवहन विभाग की इस नई योजना के चलते डाक विभाग को घर बैठै लाखों का धंधा मिलने वाला है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक पविहन महकमा प्रदेश मे हर साला करीब 4 लाख ड्राइविंग लाईसेंस व पंजीयन कार्ड जारी करता है ऐसे मे प्रति कार्ड 20 रूपए के डाक टिकिट की बिक्री हुई तो डाक महकमे को अच्छा बिजनेस मिलने उम्मीद है। साथ ही आरटीओ विभाग मे फल-फूल रहे दलाली धंधे पर रोक लगाने में भी सफलता मिलने के आसार दिख रहे हैं।
इसी सिलसिले में परिवहन उपायुक्त 'प्रवर्तन' उपेन्द्र जैन के मुताबिक डाक विभाग ने 15 नवंबर से अपने कर्मचारियों की आरटीओं विभाग में तैनाती की मंजूरी दे दी है। इस व्यवस्था के चलते लोगों को घर बैठे ड्राइविंग लायसेंस व पंजीयन कार्ड मिलने लगेंगें।

1 comments:

Anonymoussaid...

Vivek Agnihotry, Amravati, Maharashtra

Dalali ko khatam karna aasan nahi hai. Han ise se rashtriya udyoug ka darja dilana jaroor aasaan hain. bharosa na ho to amar sing ji se pooch lo ?

 
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