भारत के मशहूर चित्रकार पद्मश्री सैयद हैदर रजा मप्र में एक उच्चस्तरीय कला केन्द्र खोलना चाहते हैं। यह इच्छा उन्होने अपनी कर्मभूमि दमोह प्रवास के दौरान सागर मे विश्राम के समय कही।फ्रांस की राजधानी में बस चुके चित्रकार रजा का जन्म मप्र के मण्डला जिले के ग्राम बाबरिया मे सन 1922 को हुआ था। लेकिन उनकी स्कूल शिक्षा दमोह के गुरू गोविंद पाठशाला में हुई।
श्री रजा ने बताया कि उन्हें अपनी जन्म व कर्म भूमि से बेहद प्यार है। देश मे चित्रकारी मे अपनी कला का जौहर दिखा चुके श्री रजा ने कहा कि कलाकारों को साधना मे मदद देने के मकसद से उन्होने फ्रांस मे रजा फाउंडेशन की स्थापना की। नागपुर के आठले व मुंबई के जेजे कॉलेज आफॅ आर्ट से तालीम हासिल करने वाले रजा साहिब ने युं तो हर सभी विषयों पर अपनी कल्पनाओं को उकेरा है। लेकिन कुदरत पर बनाईं गईं उनकी तस्वीरों को कला की मक्का कहा जाने वाले फ्रांस की राजधानी पेरिस मे उनकी कलाकृतियों को न केवल खूब सराहा गया बल्कि उनको काफी ऊंचे दामों पर नीलाम भी हुंईं है।
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