निर्वाचन आयोग की चुस्ती के आगे इस बार राजनैतिक दलों की एक भी नहीं चल रही है। निर्वाचन आयोग ने हाईटेक प्रचार करने की तैयारी मे जुर्टी पार्टियों के प्रयासों पर पानी फेरते हुए रेडियो, टेलीविजन व मोबाइल से एसएमएस के जरिए प्रचार करने पर रोक लगा दी है। आयोग ने कहा है कि ऐसे प्रचार के पहले राजनैतिक दलों को आयोग से पूर्व अनुमति लेना जरूरी है।
राज्य निर्वाचान आयोग के निर्देश पर जिला कलेक्टरों एवं निर्वाचन अधिकारियों ने जिलों मे संचालित सभी निजी रेडियो संचालाकें और पंजीकृत राजनैतिक दलों को इस बात की सूचना भेज दी है।
नए निर्देशों की वजह से रेडियो मिर्ची, माय एफएम व एमएम रेडियो व समाचार चैनलों पर राजनैतिक दलों का चुनाव प्रचार नहीं हो सकेगा। आयोग ने सख्त लहजे मे सभी दलों व चैनलों को हिदायत दी है कि वे कार्यक्रम के रूप मे दिखाए जाने विज्ञापन के प्रसारण से परहेज करें व ऐसे कार्यक्रमों व विज्ञापनों के विषय सामग्री को प्रसारण से पहले जिला निर्वाचन अधिकारियों से प्रमाणीकरण कराएं। आयोग के निर्देशों के मुताबिक ऐसे कार्यक्रमों व विज्ञापनों के प्रसारण के लिए प्रमाणीकरण के लिए प्रसारण से तीन दिन पहले आवेदन देना होगा।
नए निर्देशों की वजह से रेडियो मिर्ची, माय एफएम व एमएम रेडियो व समाचार चैनलों पर राजनैतिक दलों का चुनाव प्रचार नहीं हो सकेगा। आयोग ने सख्त लहजे मे सभी दलों व चैनलों को हिदायत दी है कि वे कार्यक्रम के रूप मे दिखाए जाने विज्ञापन के प्रसारण से परहेज करें व ऐसे कार्यक्रमों व विज्ञापनों के विषय सामग्री को प्रसारण से पहले जिला निर्वाचन अधिकारियों से प्रमाणीकरण कराएं। आयोग के निर्देशों के मुताबिक ऐसे कार्यक्रमों व विज्ञापनों के प्रसारण के लिए प्रमाणीकरण के लिए प्रसारण से तीन दिन पहले आवेदन देना होगा।
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