देश के 61 वें स्वतंत्रता दिवस को यादगार बनाने के लिए सागर जिले मे एक अनूठी पहल की जा रही है। स्वतंत्रा दिवस से एक दिन पहले जिले भर में जिले की ही कुल आबादी के बराबर पेड़ लगाएं जाएगें।
इस सिलसिले मे जिला कलेक्टर हीरालाल त्रिवेदी ने बताया कि 14 अगस्त को जिले मे ऐतिहासिक वृक्षारोपण होगा। इस दिन नागरिकों के सहयोग से जिले की सभी 760 ग्राम पंचायतों मे करीब 24 लाख पेड़ लगाएं जाएंगें। इससे जिले का पर्यावरण भी सुधरेगा व लोगों मे पेड़ों लगाने व उनके रखरखाव के प्रति जागरुकता भी आएगी।
श्री त्रिवेदी ने बताया कि इस ऐतिहासिक वृक्षारोपण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी विभागों व जिला, जनपद व ग्राम पंचायत स्तर के सभी अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उनसे कहा गया है कि वे वृक्षारोपण्ा के लिए गडढ़े 14 अगस्त के पहले ही तैयार कर लें। इन गडढ़ों की गहराई पर्याप्त होनी चाहिए साथ ही वृक्षारोपण के दिन मौके पर गैंती, फावड़ा व तसला जैसे औजारों की उपलब्धता भी सुनिश्चित होना चाहिए।
वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत कौन से पेड़ वे कैसे लगाएं जाए इस बारे मे जिला कलेक्टर कार्यालय से विस्तृत कार्यनिर्देश जारी हुए हैं। निर्देशों मे बताया गया है की वृक्षारोपण शासकीय कार्यालय परिसरों, सड़क के दोनों किनारों व पहाड़ों पर किया जा सकता है। इसके अलावा रोपित वृक्ष की सुरक्षा की जिम्मदारी लेने पर निजी बाग-बगीचों मे भी पेड़ लगाए जा सकते हैं।
इस सिलसिले मे जिला कलेक्टर हीरालाल त्रिवेदी ने बताया कि 14 अगस्त को जिले मे ऐतिहासिक वृक्षारोपण होगा। इस दिन नागरिकों के सहयोग से जिले की सभी 760 ग्राम पंचायतों मे करीब 24 लाख पेड़ लगाएं जाएंगें। इससे जिले का पर्यावरण भी सुधरेगा व लोगों मे पेड़ों लगाने व उनके रखरखाव के प्रति जागरुकता भी आएगी।
श्री त्रिवेदी ने बताया कि इस ऐतिहासिक वृक्षारोपण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी विभागों व जिला, जनपद व ग्राम पंचायत स्तर के सभी अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उनसे कहा गया है कि वे वृक्षारोपण्ा के लिए गडढ़े 14 अगस्त के पहले ही तैयार कर लें। इन गडढ़ों की गहराई पर्याप्त होनी चाहिए साथ ही वृक्षारोपण के दिन मौके पर गैंती, फावड़ा व तसला जैसे औजारों की उपलब्धता भी सुनिश्चित होना चाहिए।
वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत कौन से पेड़ वे कैसे लगाएं जाए इस बारे मे जिला कलेक्टर कार्यालय से विस्तृत कार्यनिर्देश जारी हुए हैं। निर्देशों मे बताया गया है की वृक्षारोपण शासकीय कार्यालय परिसरों, सड़क के दोनों किनारों व पहाड़ों पर किया जा सकता है। इसके अलावा रोपित वृक्ष की सुरक्षा की जिम्मदारी लेने पर निजी बाग-बगीचों मे भी पेड़ लगाए जा सकते हैं।
1 comments:
ye hui na bat. koi to hai jo rachnatmak soch rakhta hai.
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