18 August 2008

कर अदायगी मे प्रदेश मे अव्वल आया बुंदेलखण्ड...

कर अदायगी के मामले मे बुंदेलखण्ड मप्र मे अव्वल नंबर पर गया है। वाण्ज्यिक कर विभाग के मुताबिक कर वसूली का सरकारी लक्ष्य 112 करोड़ का था, लेकिन सागर संभाग ने इस मद मे सरकारी खजाने मे 122 करोड़ का योगदान दिया।

विभाग के मुताबिक मप्र मे कर अदायगी की सालाना वृद्धि दर मे बुंदेलखण्ड के सबसे आगे निकलने की वजह व्यापार मे तरक्की होना ही रही है। गौरतलब है कि पिछले वित्तीय वर्ष मे संभाग की कर वृद्धि दर 34.08 फीसदी दर्ज की गई, जबकि वर्ष 06-07 मे यह दर महज 18 फीसदी रही। संभाग ने मात्र एक वर्ष मे कर वृद्धि दर मे करीब दोगुनी बढ़ोतरी की है। पिछले वर्ष के लिए कर वृद्धि का लक्ष्य 23 फीसदी का था लेकिन संभाग में 11 फीसदी ज्यादा कर वसूली हुई है।
वाण्ज्यिक कर विभाग के मुताबिक सरकार द्वारा 76 प्रमुख वस्तुओं पर कर वसूली की जाती है। वैट कर की वसूली 4 से 12.5 फीसदी तक की जाती है। संभाग मे कुल 11532 व्यापारी पंजीकृत है और वर्ष 2007-08 से हर महीने करीब 50 नए व्यापारी पंजीयकृत हो रहे हैं। वाण्ज्यिक कर वृद्धि के मामले मे प्रदेश मे अव्वल नंबर पर आने के लिए सागर संभाग को आठ पायदानों की छलांग लगानी पड़ी है। उल्लेखनीय बात यह है कि संभाग की यह बढ़त चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही मे भी बरकरार है। इस अवधि मे तय 23 फीसदी की तुलना मे विभाग की वसूली 53 फीसदी यानि 28 करोड़ से ज्यादा रही है। इस तरक्की को मद्देनजर कर विभाग ने इस वर्ष कर वृद्धि का लक्ष्य 112 करोड़ से बढ़ाकर 150 करोड़ कर दिया है।
संभागीय वाण्ज्यिक उपायुक्त जेएस गुप्ता ने संभाग मे वाणिजयक कर वसूली मे हो रही वृद्धि के सिलसिले मे विभाग की खास प्रयासों की चर्चा करते हुए बताया कि विभाग ने हर सर्किल मे एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। जो मासिक कर दाता व्यापारियों से मिलता-जुलता रहता है। विभाग रिटर्न भरने मे चुक करने वाले व्यापारियों के पंजीयन तत्काल निरस्त कर देता है।

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